रविवार, 3 अगस्त 2008

गंभीर सवाल

पत्रकारिता की दुनिया उस रफ्तार से नहीं बदल रही, जिस रफ्तार से पत्रकार बदलते जा रहे हैं। आखिर क्या है इसकी सबसे बड़ी वजह ?

1 टिप्पणी:

Anwar Qureshi ने कहा…

kyunki patrkaarita ke liye kisi digri ya yogyata ki zarurt nahi hai... har wo insaan jo khali hai wo patrkaar ya neta ban jata hai..